सब मिलकर रचो विश्व नया हर दिन होली ,रुंधे न हंसी ठिठोली । सब मिलकर रचो विश्व नया हर दिन होली ,रुंधे न हंसी ठिठोली ।
हर दिन मनाएंगे महिला दिवस स्त्री का साया साल भर हर दिवस। हर दिन मनाएंगे महिला दिवस स्त्री का साया साल भर हर दिवस।
गुलाबी क्षितिज का कोना कोना झरने लगा खुशबु का झरना उषा की अरूणिम आभा मे किरणों ने गुलाबी क्षितिज का कोना कोना झरने लगा खुशबु का झरना उषा की अरूणिम आभा मे ...
मेरे लिए हर दिन है माँ का त्योहार । मेरे लिए हर दिन है माँ का त्योहार ।
मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में
हर लम्हा हर लम्हा